वेलेंटाइन डे -एक दिन प्यार के नाम
इसके साथ ही पूरी दुनिया में एक बड़ा बाज़ार भी पनप गया वेलेंटाइन गिफ्ट के लिए और माल बेचने वाले सौदागरों की चाँदी हो गई है.
भारत में भी वेलेंटाइन डे बड़े ही आन- बान -शान से मनाया जाता है, जब से प्रेम करने वालों की नई पौद ने पिछले ५-७ सालों में अवतरण किया है, तबसे प्यार और भी परवान चढ़ने लगा है. प्यार करने वाले अपने प्यार का इजहार फूलों से और उपहारों से करेंगे और प्यार के दुश्मन याने विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल वाले उसका विरोध करने सड़कों पर उतरेंगे.
खैर मामला जैसा भी हो कुछ लोगों के लिए ये टाइम पास शगल जरुर हो जायेगा।
बायोलोजी ने प्यार को केवल एक केमिकल लोचा करार दे दिया है। याने प्यार कोई भावना नहीं केवल शारीर में स्त्रावित होने वाले रसायन हैं ।और ये रसायन दिल में नहीं दिमाग से निकलते हैं , चलिए एक बात तो आज झूठी साबित हो गई की प्यार दिल का मामला है. पर हम भारतीय इसे नहीं मान सकते क्योंकि हमारे पास भावनाओं का अम्बार है ।
खैर जो भी हो इस दिन की बधाई हासिल करने का सबका हक़ बनता है , प्यार के लिए ये दिन अच्छा है पर सबसे प्यार करने का चाहे वे माता-पिता हों या कोई और.
प्रमियों को ये दिन मनाने से कोई नहीं रोक सकता पर वे मनाये इसे शालीनता के साथ.
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